भारत का आधुनिक ओलंपिक खेलों में इतिहास


 भारत का आधुनिक ओलंपिक खेलों में इतिहास

    


आधुनिक ओलम्पिक खेलों का आयोजन अब तक (वर्ष 2016) 31 बार हो चुका है। इसमें सर्वाधिक 18 बार आयोजन 'यूरोप', 7 बार 'अमेरिका', 4 बार 'एशिया' 2 बार 'ऑस्ट्रेलिया' महाद्वीप में हुआ है। अभी तक 'अफ्रीका' ही ऐसा महाद्वीप है, जहाँ तथा 'ओलम्पिक खेलों' का आयोजन एक बार भी नहीं हुआ है।


आयोजन पेरिस (1900) में हुआ, कोकुएट जिसका अन्तिम बार आयोजन पेरिस (1900) में हुआ, गोल्फ जिसका अन्तिम बार आयोजन सेंट लुईस (1904) म हुआ, •मोटर नौकायन जिसका अन्तिम बार आयोजन लन्दन (1908) में हुआ, टग ऑफ वार जिसका अन्तिम बार आयोजन एंटवर्प (1920) में हुआ, रग्बी जिसका अन्तिम बार आयोजन पेरिस (1924) में हुआ तथा पोलो जिसका अन्तिम बार आयोजन बर्लिन (1936) में हुआ।


 भारत ने अपना पहला स्वर्ण पदक 1928 में हॉकी में अर्जित किया था। हॉकी में ही अन्तिम बार भारत ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 तथा 1980 में स्वर्ण पदक जीता, 1960 में भारत ने रजत पदक अर्जित किया तथा 1972 में भारत ने कांस्य पदक अर्जित किया। भारत ओलम्पिक खेल आयोजन के 117 वर्ष के इतिहास में अब तक केवल हॉकी.



• ओलम्पिक में अब तक हटाई गई खेल स्पर्धाएँ हैं- क्रिकेट जिसका बैडमिंटन, कुश्ती, भारोत्तोलन, निशानेबाजी, मुक्केबाजी तथा एथलेटिक्स (ब्रिटिश भारत के दौरान ऐंग्लो-इण्डियन नॉर्मन प्रिचार्ड द्वारा) में पदक जीत पाया है। • ओलम्पिक खेलों में भारत की प्रथम महिला पदक विजेता बनने का श्रेय भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी को है।


• 2016 ई० में ब्राजील के रियो डि जेनेरो में 31वें ओलम्पिक खेल सम्पन्न हुए। इन खेलों में भारत को 1 रजत व 1 कांस्य सहित दो पदक ही मिले। पदक तालिका में उसका स्थान 67वाँ रहा। भारत के लिए रजत पदक बैडमिंटन खिलाड़ी पी० वी० सिंधु ने जीता जबकि कांस्य पदक फ्रीस्टाइल कुश्ती में साक्षी मलिक ने जीता। पी० वी० सिंधु व साक्षी मलिक के पदकों के अतिरिक्त रियो डि जेनेरो में भारत की दीपा कर्माकर की उपलब्धि कम प्रशंसनीय नहीं रही। ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट अगरतला (त्रिपुरा) की दीपा कर्माकर आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स में मामूली अन्तर से पिछड़ कर चौथे स्थान पर रह गईं तथा कांस्य पदक से वंचित रह गई। 22 वर्षीय दीपा कर्माकर ने अत्यधिक खतरनाक 'प्रोदुनोवा वाल्ट' सफलतापूर्वक सम्पन्न करके ऐसी उपलब्धि वाली विश्व की पाँचवीं महिला होने का श्रेय भी प्राप्त किया है। • रियो ओलम्पिक्स में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाली उपर्युक्त तीनों महिला खिलाड़ियों को 29 अगस्त, 2016 को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार' से राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किय गया।

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